Kangana Ranaut Movie : कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म Emergency (इमरजेंसी) ने अब आखिरकार सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) से सेंसर सर्टिफिकेट हासिल कर लिया है। यह सर्टिफिकेट कुछ खास शर्तों के तहत जारी किया गया है, जो पिछले कुछ समय से विवादों में घिरी इस फिल्म के लिए एक अहम कदम है।
कंगना रनौत ने खुद इस अपडेट की जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट, खासकर इंस्टाग्राम के स्टोरी सेक्शन के माध्यम से अपने फॉलोअर्स के साथ साझा की है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “हमारी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है। हम जल्द ही फिल्म की रिलीज डेट की घोषणा करेंगे। इस दौरान धैर्य और समर्थन के लिए सभी का धन्यवाद।”
फिल्म ‘इमरजेंसी’ लंबे समय से चर्चा में थी, खासकर इसके कंटेंट को लेकर। इस फिल्म की कहानी भारत के इतिहास के उस दौर पर आधारित है, जब देश में आपातकाल लागू किया गया था। हालांकि, फिल्म को लेकर सिख समुदाय और कुछ व्यक्तियों ने आपत्ति जताई थी, जिसके चलते सेंसर बोर्ड और फिल्म के निर्माता-निर्देशकों के बीच मतभेद सामने आए थे।
पिछले महीने, बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन को निर्देश दिया था कि वे सिख समुदाय या व्यक्तियों द्वारा 6 सितंबर को फिल्म की रिलीज पर उठाई गई आपत्तियों पर निर्णय लें। इस कानूनी कार्रवाई के बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म को लेकर अपनी समीक्षा की और कुछ शर्तों के तहत सर्टिफिकेट जारी कर दिया।
अब, कंगना रनौत और उनकी टीम जल्द ही फिल्म की नई रिलीज डेट की घोषणा करने की तैयारी कर रही हैं। यह फिल्म दर्शकों के बीच उत्सुकता का विषय बनी हुई है, और अब जब सेंसर सर्टिफिकेट मिल चुका है, तो इसे जल्द ही सिनेमाघरों में देखने की उम्मीद की जा रही है।
Emergency movie story
कंगना रनौत की फिल्म “इमरजेंसी” भारत के इतिहास के एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद दौर पर आधारित है। यह फिल्म 1975 में लगाए गए आपातकाल (Emergency) की घटना पर केंद्रित है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी।
इस ऐतिहासिक घटना को भारतीय लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा संकट माना जाता है, क्योंकि इस दौरान सरकार ने नागरिक अधिकारों पर अंकुश लगा दिया था, प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया गया था, और राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया गया था। आपातकाल की अवधि 25 जून 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 तक रही, और इस समय को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में देखा जाता है।
Emergency Movie का केंद्रबिंदु:
फिल्म में कंगना रनौत ने इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई है और यह फिल्म उन्हीं के दृष्टिकोण से इस आपातकाल की घटनाओं को दिखाती है। फिल्म में उन परिस्थितियों का चित्रण किया गया है, जिनके कारण इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की, और इसके प्रभाव का विस्तार से विवरण दिया गया है।
आपातकाल के दौरान कई बड़े नेता और स्वतंत्रता सेनानी गिरफ्तार किए गए थे, और सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की गई थी। जबरन नसबंदी अभियान और विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी जैसी घटनाओं को भी फिल्म में प्रमुखता से दर्शाया गया है।
Emergency Movie का उद्देश्य:
इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य उस दौर की राजनीति, इंदिरा गांधी के नेतृत्व, और उनके फैसलों का विश्लेषण करना है, जिसमें उनके सत्ता के संघर्ष और जनता के अधिकारों पर हुए आक्रमण को दिखाया गया है।