एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने एक नई उपलब्धि हासिल की है, जिसमें दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट, स्टारशिप (Rocket Starship), का पांचवां परीक्षण सफल रहा। ‘स्पेसएक्स’ ने अपने सुपर हेवी बूस्टर रॉकेट को अब तक की सबसे साहसी परीक्षण उड़ान में प्रक्षिप्त किया। इसके बाद, आसमान में भेजे गए सुपर हेवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर वापस लाने के लिए मैकेजिला का उपयोग किया गया, जो दो धातु की भुजाओं से बना है और चॉपस्टिक्स की तरह दिखता है। मैकेजिला ने बूस्टर को बिना किसी कठिनाई के पकड़ लिया।
96 किमी की ऊँचाई पर जाकर लौटने वाला बूस्टर
6 किमी की ऊँचाई तक पहुँचकर लॉन्चपैड पर लौटने वाला बूस्टर, लगभग 400 फीट (121 मीटर) लंबा स्टारशिप, सूर्योदय के समय टेक्सास के दक्षिणी सिरे से, जो मैक्सिको की सीमा के निकट स्थित है, लॉन्च किया गया। इस परीक्षण में, सुपर हैवी बूस्टर को पृथ्वी से 96 किलोमीटर ऊपर भेजने के बाद सफलतापूर्वक लॉन्चपैड पर वापस लाया गया।
स्पेसएक्स के चार असफल परीक्षण
स्पेसएक्स (SpaceX) ने इस परीक्षण को पहले चार बार किया था, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे थे। पिछले चार स्टारशिप मैक्सिको की खाड़ी के ऊपर से वक्र बनाते हुए गुजरे और अंततः नष्ट हो गए। ये स्टारशिप या तो उड़ान भरने के तुरंत बाद ही नष्ट हुए या समुद्र में गिरकर समाप्त हो गए।
सात मिनट में बूस्टर की सफल वापसी
स्पेसएक्स ने पहले चरण के बूस्टर को उसी पैड पर उतारा, जहां से उसने सात मिनट पहले उड़ान भरी थी। प्रक्षेपण टॉवर पर धातु की विशाल छड़ें स्थापित थीं, जिन्हें ‘चॉपस्टिक’ कहा जाता है। स्पेसएक्स ने स्पष्ट किया कि बूस्टर और प्रक्षेपण टॉवर दोनों को अच्छी और स्थिर स्थिति में होना आवश्यक है; अन्यथा, इसका परिणाम पिछले लॉन्च टेस्ट की तरह ही हो सकता है। इस लॉन्च के दौरान, सुपर हेवी बूस्टर को अंतरिक्ष में भेजने के बाद सफलतापूर्वक प्रक्षेपण स्थल पर वापस लाया गया और टॉवर पर उतारा गया।
Starship System: पूरी तरह से पुनः प्रयोग योग्य
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने इसे इस तरह से डिज़ाइन किया है कि इसका पुनः उपयोग संभव है। अर्थात्, यह पूरी तरह से पुनः प्रयोग योग्य है। इस व्हीकल की ऊँचाई 397 फीट है और यह 150 मीट्रिक टन भार ले जाने की क्षमता रखता है। स्टारशिप सिस्टम इतना शक्तिशाली है कि यह एक बार में 100 लोगों को मंगल ग्रह पर ले जाने में सक्षम होगा।
साइंस की दुनिया में संभावित परिवर्तन
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने एक ऐसा स्पेसशिप विकसित किया है, जिसे बार-बार उपयोग किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि अंतरिक्ष में जाने के बाद, अंतरिक्ष यात्री आसानी से धरती पर लौट सकते हैं। यह पुनः प्रयोग करने योग्य तकनीक अंतरिक्ष यात्रा को अधिक किफायती और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस नई प्रणाली के माध्यम से, अंतरिक्ष अनुसंधान में गति आएगी और मिशनों की संख्या में वृद्धि होगी। बार-बार उपयोग किए जाने वाले स्पेसशिप से लागत कम होगी, जिससे अधिक विज्ञान-आधारित परियोजनाओं और मानव मिशनों को संभव बनाया जा सकेगा। इसके अलावा, यह मंगल ग्रह और अन्य ग्रहों पर मानव बस्तियों की स्थापना के प्रयासों को भी तेज़ कर सकता है।
इस प्रकार, स्पेसएक्स की यह तकनीक विज्ञान की दुनिया में एक नई दिशा निर्धारित कर सकती है, जिससे मानवता का अंतरिक्ष में विस्तार संभव हो सकेगा।